शत्रु नाशक पूजा
माता बगलामुखी को शक्ति और विजय की देवी माना जाता है। इनकी साधना विशेष रूप से युद्ध में सफलता और दुश्मनों के नाश के लिए की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के पहले नलखेड़ा में कृष्ण और अर्जुन ने भी माता बगलामुखी की पूजा की थी।
माता बगलामुखी की उपासना करने से शत्रु भय दूर होता है और वाणी में प्रभाव या सिद्धि मिलती है। भक्तों का विश्वास है कि माता की कृपा से हर तरह की बाधा दूर हो जाती है और शत्रु पराजित हो जाते हैं। देवी की पूजा धन-धान्य की प्राप्ति, शांति, और वाद-विवाद में जीत के लिए भी की जाती है।
माता बगलामुखी के साधक को भोग और मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है। देवी की कृपा से भक्त की वाणी शक्तिशाली व शुभ हो जाती है, और वह बोलचाल की अशुद्धियों से बच जाता है। माता अपने भक्तों को ऐसे आशीर्वाद देती हैं कि वे हर कठिनाई पर विजय पा सकते हैं।