माँ बगलामुखी के भक्त की महिमा
पिताम्बरा बगलामुखी, आप परम विद्या की देवी, तीनों लोकों की जननी और मुसीबतों का नाश करने वाली त्रिशूलधरिणी हैं। शत्रुओं की जिव्हा कलंकित कर उन्हें नष्ट करने वाली माँ, आपके दर्शन से मुझे आत्मशक्ति मिली है, अंधकार छंट गया और लड़खड़ाते कदमों में स्थिरता आई। धर्मग्रंथ भी आपकी महिमा गाते हैं कि आप वीरों की भूषण और शत्रु विनाशिनी हैं।
आप आदिशक्ति हैं, जो शत्रुओं का संहार करती हैं। आपके दरबार में जो भक्त रोया आता है, हंसता निकलता है। आपकी महिमा इस तरह है — “बगलामुखी सर्वेषां दुश्मानां मुखं पदं स्तब्धं करोति, जिह्वां कीलयति, बुद्धिं विनाशयति तथा तारणं करोति।” आप कालिका, काली, सुंदरी हैं और विश्व के सभी तांत्रिक आपके चरणों में माथा टेककर तंत्र साधना करते हैं।
मैं दुखी, भयभीत और अज्ञानता से ग्रस्त हूँ, मंत्र और जप से परिचित नहीं, पर मेरे अश्रु आपके पवित्र चरणों को भिगो दें यही मेरी प्रार्थना है। मैंने कई उपाय किए, मगर संकट बढ़ते ही गए। अब केवल आपके चरणों में शरण लाया हूँ और विनती करता हूँ कि आप मेरे परिवार को सभी संकटों से मुक्त करें। आप ही सबकी रक्षा करने वाली माँ हैं, मेरी यह अर्पित प्रार्थना स्वीकार करें और मुझ पर कृपा करें।
हे माँ बगलामुखी, आप सृजन और विनाश की वही शक्ति हैं जो संसार को संतुलित रखती हैं। आपकी महिमा अपार है और आपकी कृपा से ही भक्तों के जीवन में उजाला होता है। मैं आपके चरणों में विश्वासी होकर पूरी निष्ठा से प्रार्थना करता हूँ कि आप मेरे सभी भय, दुःख, और शत्रु से रक्षा करें तथा मुझे धैर्य, साहस और असीम शक्ति प्रदान करें। आपकी सेवा और भक्ति से मेरी यात्राएँ सफल हों और मैं आपके चरणों में सदैव सुरक्षित रहूँ। आपकी जय हो, माँ!
आप आदिशक्ति हैं, जो शत्रुओं का संहार करती हैं। आपके दरबार में जो भक्त रोया आता है, हंसता निकलता है। आपकी महिमा इस तरह है — “बगलामुखी सर्वेषां दुश्मानां मुखं पदं स्तब्धं करोति, जिह्वां कीलयति, बुद्धिं विनाशयति तथा तारणं करोति।” आप कालिका, काली, सुंदरी हैं और विश्व के सभी तांत्रिक आपके चरणों में माथा टेककर तंत्र साधना करते हैं।
मैं दुखी, भयभीत और अज्ञानता से ग्रस्त हूँ, मंत्र और जप से परिचित नहीं, पर मेरे अश्रु आपके पवित्र चरणों को भिगो दें यही मेरी प्रार्थना है। मैंने कई उपाय किए, मगर संकट बढ़ते ही गए। अब केवल आपके चरणों में शरण लाया हूँ और विनती करता हूँ कि आप मेरे परिवार को सभी संकटों से मुक्त करें। आप ही सबकी रक्षा करने वाली माँ हैं, मेरी यह अर्पित प्रार्थना स्वीकार करें और मुझ पर कृपा करें।
हे माँ बगलामुखी, आप सृजन और विनाश की वही शक्ति हैं जो संसार को संतुलित रखती हैं। आपकी महिमा अपार है और आपकी कृपा से ही भक्तों के जीवन में उजाला होता है। मैं आपके चरणों में विश्वासी होकर पूरी निष्ठा से प्रार्थना करता हूँ कि आप मेरे सभी भय, दुःख, और शत्रु से रक्षा करें तथा मुझे धैर्य, साहस और असीम शक्ति प्रदान करें। आपकी सेवा और भक्ति से मेरी यात्राएँ सफल हों और मैं आपके चरणों में सदैव सुरक्षित रहूँ। आपकी जय हो, माँ!
